अनियमितता और अनैतिक चिकित्सा प्रथाओं के आरोपों से घिरा वेकोली का बल्लारपुर क्षेत्रीय अस्पताल
◾राष्ट्रीय कोयला खदान मजदूर संघ ने कोयला मंत्री ओर सचिव को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की
चंद्रपुर,( राज्य रिपोर्टर न्यूज ) : वेकोली के बल्लारपुर क्षेत्र से एक गंभीर मामला सामने आया है, जिससे वेकोली प्रबंधन के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हुए हैं इस संदर्भ में राष्ट्रीय कोयला खदान मजदूर संघ इंटक के महासचिव के. के. सिंह ने कोयला मंत्री एवं कोयला मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखकर वेकोली बल्लारपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ अनियमितता, अनैतिक चिकित्सा प्रथाओं और पद का दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
संघ के महासचिव के. के. सिंह ने आरोप लगाए है कि वर्तमान में प्रभारी क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी के तौर पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारी पिछले करीब 12 वर्षों से एक ही क्षेत्र में पदस्थ हैं और इस दौरान उन्होंने अपने पद और अधिकारों का दुरुपयोग किया है उन्होंने लिखे शिकायत के अनुसार, वर्तमान में प्रभारी क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी के तौर पर कार्यरत डॉक्टर द्वारा लिए हुवे निर्णयों से न केवल मरीजों की सुरक्षा को खतरा है, बल्कि अस्पताल के स्टाफ में भी भय और असंतोष का माहौल बन गया है।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रभारी क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी स्वयं तय करती हैं कि किस मरीज को कौनसे अस्पताल में रेफर करना है इतना ही नही तो कई बार अन्य डॉक्टरों की सिफारिशों को रद्द कर दिया गया, बताया जा रहा है कि उन पर सहयोगी डॉक्टरों की जांचें रद्द करने, उनसे लिखित सफाई मांगने और सार्वजनिक रूप से उनकी योग्यता पर सवाल उठाने के आरोप हैं जिससे मेडिकल निर्णयों की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं.तो वही अस्पताल में डर और असुरक्षा का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में प्रभारी क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी के तौर पर कार्यरत डॉक्टर वर्ष 2014 से एक ही स्थान पर पदस्थ रहते हुए उन्होंने अपने परिजन को प्रशासनिक मामलों में शामिल किया और कर्मचारियों पर दबाव बनाया, जो WCL/CIL की नीति के विरुद्ध है।
इस मामले से जुड़ी अन्य कुछ महत्वपूर्ण खुलासे हमारे अगले खबर में उजागर करेंगे।







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