मेडिकल बिल के नाम से लाखो का घोटाला

 



मेडिकल बिल के नाम से लाखो का घोटाला पार्ट - 1 

◾वेकोली चंद्रपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का घोटाला !

◾फर्जी पेपर जमा कर कंपनी को चूना लगाने की आशंका 

चंद्रपुर,( राज्य रिपोर्टर न्यूज )  : वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के चंद्रपुर क्षेत्र में एक बड़ा मामला सामने आया है, प्राप्त जानकारी के अनुसार वेकोली द्वारा कर्मचारियों को बुनियादी एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है परंतु कुक कर्मचारियों द्वारा इन सुविधाओं का दुरुपयोग करते हुए फर्जी पेपर जमा कर हर माह कंपनी को लाखों रुपये का चुना लगाने का आरोप लगाया जा रहा था. ऐसे में ही एक मामला क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय से सामने आया है जहाँ एक कर्मचारी द्वारा स्वास्थ्य सुविधा का लाभ पाने के लिए फर्जी पेपर जमा कर करने का मामला उजागर हुआ है.

सूत्रों के अनुसार एक कर्मचारी ने चिकित्सा सुविधा का लाभ पाने के लिए प्रबंधन को ऐसे पेपर प्रस्तुत किए, जिनमें न तो किसी उपचार का प्रमाण था और न ही किसी अधिकृत डॉक्टर की पुष्टि, इसके बावजूद सुविधा का भुगतान पा कर कंपनी को चुना लगाने की कोशिश की गई. चौंकाने वाली बात यह है कि इस मामले की जानकारी संबंधित अधिकारियों को होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है जिससे कर्तव्यनिष्ठ क्षेत्रीय महाप्रबंधक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस प्रकार का यह कोई पहला मामला नहीं है चंद्रपुर क्षेत्र में कई कर्मचारी इसी प्रकार के फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर कंपनी को हर माह लाखो का चूना लगा रहे हैं यदि प्रबंधन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने वालो की निष्पक्ष जांच की जाए, तो इसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं और एक बड़ा रैकेट उजागर होने की संभावना है. यह मामला उजागर होते ही क्षेत्र के अनेक कर्मचारियों में हलचल मच गयी है बताया जा रहा है कि कई कर्मचारी आंतरिक रूप से ऐसे मामलों की जानकारी रखते हैं लेकिन नौकरी की सुरक्षा के डर से कुछ भी बोलने से कतरा रहे है.

ऐसे मामले में कामगार संगठन ने भी कंपनी के हित को ध्यान में रखते हुए कंपनी के साथ धोखाधड़ी करने कर्मचारी एवं मामले में शामिल अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की जानी चाहिए थी परंतु वे भी चुप्पी साधे हुए हैं इतना ही नहीं तो इस पूरे घटनाक्रम में क्षेत्रीय प्रबंधन की चुप्पी और कार्यवाही न करना भी कई सवाल खड़े कर रहा है यदि जल्द ही इस मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्यवाही नहीं की गई, तो इससे कंपनी की छवि पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है चूंकि यह प्रकार सरकारी पैसे का दुरुपयोग ही नही बल्कि नैतिक रूप से भी निंदनीय है यदि समय रहते ही वेकोली मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी ने ऐसे मामले में हस्तक्षेप कर लगाम न लगाई गई, तो भविष्य में ऐसे मामले बड़े घोटाले का स्वरूप ले सकते है.




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